टीजीटी-पीजीटी परीक्षा अगस्त और सितंबर में होगी
लखनऊ: माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी जल्द दूर होगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। परीक्षा का आयोजन अगस्त के अंतिम सप्ताह और सितंबर के प्रथम पखवाडे़ किया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स) और पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स) की परीक्षा दो वर्षो से अटकी है। चयन बोर्ड ने कुछ दिनों पहले 14, 21 और 28 जुलाई को प्रवेश परीक्षा कराने की घोषणा की थी। लेकिन अब परीक्षा की तिथि बदल दी गई है। अब टीजीटी की परीक्षा 25 अगस्त और एक सितंबर व पीजीटी की परीक्षा आठ सितंबर को होगी। टीजीटी में 14 विषयों और पीजीटी में 21 विषयों की परीक्षा होगी। दो पालियों में सुबह 10 से दोपहर 12 और दोपहर दो से शाम चार बजे तक परीक्षा होगी। परीक्षा केन्द्रों के चयन का काम शुरू हो गया है|
आय, जाति निवास प्रमाण पत्र रखे तैयार आने वाली है सरकारी नौकरियो की बहार-
यू पी में इस साल नौकरियो की बहार आने वाली है| पुलिस, शिक्षक, बाबू, अफसर लगभग सभी विभागों में नौकरिया निकल रही है| पढ़ाई और स्वास्थ्य ठीक ठाक रखने के साथ अन्य कई तैयारिया भी जरुरी है इन नौकरियो को पाने के लिए| लगातार करंट इशू पर ध्यान रखे| देश दुनिया की खबरों से रूबरू होते रहे| कोर्स की पढ़ाई के साथ साथ सामान्य ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण होता है|
जानकारी के लिए इन्टरनेट का सहारा ले-
नौकरी कब निकलेगी इसे जानने के लिए अखबारों से ज्यादा बड़ा माध्यम अब इन्टरनेट हो चुका है| अख़बार स्थानीय हो चुके है हो सकता है कि जिस अख़बार में विज्ञापन छपे उसे आप नहीं पढ़ते हो या आपके यहाँ आने वाला संस्करण वो हो जिसमे विज्ञापन न छपा हो| इसलिए इन्टरनेट ही सबसे उपयोगी माध्यम है| अब ज्यादातर फार्म भी ऑनलाइन भरे जाते है| इसलिए जॉब्स से सम्बन्धित जानकारी सबसे पहले इन्टरनेट पर होती है| और गूगल में कहीं भी सर्च किया जा सकता है|
आय, जाति, मूल निवास और जन्म पंजीकरण जैसे प्रमाण पत्र बनबा कर रखे-
नौकरी के आवेदन करते समय से लेकर ज्वाइन करने तक इन कागजो की जरुरत पड़ती है| लिहाजा भारती निकलने का इन्तजार न करे| इन कागजो को पहले से बनबाकर रखे| आय और जाति का प्रमाण पत्र तहसीलदार जारी करता है और निवास प्रमाण पत्र एस डी एम/ताल्लुका अधिकारी जारी करते है| आजकल सरकार की इ गवर्नेंस सेवा चालू हो गयी है| लोकवाणी और जन सेवा केन्द्रों से जाकर आप आय जाति और मूल निवास आसानी से बनबा सकते है| इससे सरकारी दफ्तरों के चक्कर से छुटकारा मिल जाता है| उत्तर प्रदेश में इन प्रमाण पत्रों को जारी करने का अधिकतम समय 20 दिन रखा गया है, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आन्ध्र प्रदेश में ये समय सीमा 7 दिन है|
जन्म प्रमाण पत्र नगरपालिका/नगर निगम/नगर पंचायत (नगर क्षेत्र) और ग्राम सचिव (ग्रामीण) जारी करता है| दोनों प्रकार के लिए लोकवाणी और जन सेवा केन्द्रों से आवेदन किया जा सकता है| इन सेवाओ की फीस भी सरकार द्वारा तय की गयी है| उत्तर प्रदेश में ये आवेदन शुल्क 20 रुपये, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 30 और आंध्र प्रदेश में 40 रुपये है| जाँच के नाम पर कोई पैसा नहीं देना होता है| आवेदन करने वाले जन सेवा केन्द्रों और लोकवाणी केन्द्रों से ही बाद में प्रमाण पत्र (प्रिंट) मिल जाता है|
तो सभी प्रकार के प्रमाण पत्रों को पहले से तैयार कर रखे क्योंकि कभी भी नौकरी निकलेगी और फार्म भरना पड़ सकता है|
यूपी में 53 नए पॉलीटेक्निक, बढ़ी 15 हजार सीटें
उत्तर प्रदेश में डिप्लोमा इंजीनियरिंग करने वालों को अब अधिक नहीं भटकना पड़ेगा। राज्य सरकार ने निजी क्षेत्र में 53 नए निजी पॉलीटेक्निक खोलने की मंजूरी दे दी है। इसमें कुल 15,650 सीटें होंगी।
प्रदेश में निजी पॉलीटेक्निक में कुल 73,250 सीटें हो गई हैं। इन सीटों पर इसी सत्र से प्रवेश दिया जाएगा। प्राविधिक शिक्षा परिषद ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
राज्य सरकार प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना चाहती है। इसके आधार पर सरकारी के साथ निजी क्षेत्र में पॉलीटेक्निक खोलने की मंजूरी दी जा रही है।
प्रदेश में इस बार 60 से अधिक संस्थाओं ने निजी क्षेत्र में पॉलीटेक्निक कोर्स चलाने की अनुमति मांगी थी। प्राविधिक शिक्षा परिषद ने स्थलीय परीक्षण के बाद 53 संस्थाओं को इसके लिए पात्र पाया है।
इसलिए 53 संस्थाओं को डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की अनुमति दे दी है। प्रदेश में पहले निजी पॉलीटेक्निक 287 थे, इनकी संख्या अब 234 हो गई है और इसमें 73,250 सीटें हैं।
सचिव प्राविधिक शिक्षा परिषद आरके वर्मा ने निर्देश जारी किया है कि निजी क्षेत्र में स्थापित व अनुदानित पॉलीटेक्निक संस्थाओं में वर्तमान में चल रही काउंसलिंग के बाद रिक्त सीटों पर सीधे प्रवेश की कार्यवाही 14 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी।
इसके बाद निजी पॉलीटेक्निक में रिक्त सीटों पर सीधे प्रवेश को अमान्य मान लिया।
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