बिना मानदेय शिक्षामित्रों के हवाले चार काम
इलाहाबाद : शिक्षामित्रों को जून में तीन महत्वपूर्ण कार्यो में लगाया जा रहा है। पर इसके लिए उन्हें कितना मानदेय दिया जाएगा इसकी घोषणा नहीं की गई है। इसबार शिक्षामित्रों को चार से 30 जून तक आर्थिक सर्वेक्षण, सात से 23 जून तक हाउस होल्ड सर्वे और एक से 30 जून तक के लिए मतदाता पहचान पत्र पुनरीक्षण कार्य में लगाया गया है। इसके साथ ही उन्हें पल्स पोलियो अभियान का कार्य भी करना है।
बीकॉम का परिणाम इसी सप्ताह
इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बीकॉम का परिणाम इसी सप्ताह घोषित करने की तैयारी है। पहले बीकॉम तृतीय वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। इसके अलावा 30 जून तक बीए, बीएससी के परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे।
एसएससी परीक्षा में पहुंचे आधे आवेदक
इलाहाबाद : कर्मचारी चयन आयोग ने रविवार को प्रसार भारती के प्रोग्रामर और ट्रांसमिशन अधिकारी के तमाम पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया। एसएससी के मध्यक्षेत्र में महज 48 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं इलाहाबाद में 50 फीसदी उपस्थिति रही। एसएससी मध्य क्षेत्र निदेशक जेपी गर्ग के अनुसार लखनऊ में एक अभ्यर्थी को दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया। इसके अतिरिक्त परीक्षा शांतिपूर्ण रही।
यूपी बोर्ड का इंटर का रिजल्ट बुधवार को_____________
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम बुधवार को घोषित होगा। इस परीक्षा में 26 लाख 40 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। हाईस्कूल की परीक्षा का परिणाम आठ जून को घोषित किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव उपेंद्र कुमार ने बताया कि परीक्षाफल की घोषणा दोपहर 12.30 बजे इलाहाबाद कार्यालय से होगी। उन्होंने बताया कि एनआईसी की ओर से परीक्षार्थियों को ईमेल के माध्यम से भी परीक्षाफल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। पिछले साल की भांति इस साल भी हर जिले के मुख्यालय में स्थित एनआईसी में विद्यालयवार परीक्षाफल उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि परिषद की आधिकारिक वेबसाइट यूपीएमएसपी.एनआईसी.इन, यूपीरिजल्ट्स.एनआईसी.इन, रिजल्ट्स.एनआईसी.इन, यूपी.एनआईसी.इन पर रिजल्ट देखा जा सकेगा।
बंद हो जाएंगी शिक्षा की दुकानें!___________________
कानपुर, शिक्षा संवाददाता: माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) का प्रदेश में कक्षा नौ व 11 में अग्रिम पंजीकरण व्यवस्था को ऑनलाइन करने का फैसला धंधेबाज कालेज प्रबंधकों पर भारी पड़ने वाला है। इससे प्रदेश के कई जिलों में चल रही शिक्षा व परीक्षा की कथित दुकानें बंद हो सकती हैं। इससे कालेजों में हड़कंप मचा है।
यूपी बोर्ड कक्षा 10 व 12वीं के परीक्षार्थियों को नौवीं व 11 वीं में अग्रिम पंजीकरण कराने की व्यवस्था चला रहा है। अभी तक प्रधानाचार्यो को छात्र छात्राओं का शुल्क जमा करके सूची बोर्ड को भेजनी होती है। नौवीं की ओएमआर सीट भराई जाती है। इधर कुछ वर्षो से प्रदेश के एक दर्जन जिलों में तमाम निजी कालेजों ने फर्जी छात्र छात्राओं का पंजीकरण कर कमाई का जरिया बना लिया। वे पंजीकरण सूची में छात्रों का ब्योरा तो बदलने का खेल करते ही हैं, पंजीकरण भी समय से नहीं कराते हैं। साल भर प्रवेश व पंजीकरण का खेल चलता रहता है। उदाहरण के लिए बीते सत्र में लगभग 600 कालेजों ने पंजीकरण फार्म तब भेजे जब बोर्ड ने 50-50 रुपये का जुर्माना ठोका। इससे पहले बोर्ड ने हाईस्कूल परीक्षा फार्म भरने के बाद 1.05 लाख संदिग्ध पंजीकरण पकड़े। संबंधित कालेजों ने तयशुदा संख्या से अधिक पंजीकरण किए थे। उधर तमाम कालेज क्षमता से अधिक पंजीकरण कर छात्रों को घर बैठे पढ़ाई का मौका देने में जुटे हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए बोर्ड ने बीते साल पांच जिलों में ऑनलाइन पंजीकरण किया। इन जिलों में फर्जी पंजीकरण के मामले पकड़ में नहीं आए। प्रदेश के सभी कालेजों में ऑनलाइन पंजीकरण कराने से इन विसंगतियों पर रोक लगना तय है। पंजीकरण में परीक्षार्थी का फोटो, प्रवेश तिथि, पूर्ववर्ती कालेज, माता पिता का नाम, जन्मतिथि, चयनित विषय समेत कई जानकारियां रहेंगी जिसे भरने के बाद उसे बदला नहीं जा सकेगा। तयशुदा तिथि पर बोर्ड की लॉगिन बंद होने के बाद उसे दोबारा नहीं खोला जा सकेगा।
ये भी होंगे लाभ
- किसी और के पंजीकरण नंबर पर दूसरा नहीं दे सकेगा परीक्षा
- समय से पंजीकरण न कराने पर नहीं मिलेगा मौका
-कालेज नहीं बदल सकेंगे किसी परीक्षार्थी का ब्योरा
- बंद हो जाएगी पूरे साल प्रवेश लेते रहने की परंपरा
- परीक्षा तैयारी में बोर्ड को मिलेगी भारी मदद
----------------
बीते सत्र में कुछ जिलों में ऑनलाइन अग्रिम पंजीकरण कराया था। परिणाम अच्छे मिले। पूरे प्रदेश में यह व्यवस्था लागू करने ले घपलेबाजी रुकेगी और बोर्ड का समय भी बचेगा।
-उपेंद्र कुमार, सचिव यूपी बोर्ड
छात्रों को लैपटॉप मिलने की उम्मीद
_____________________रायबरेली, नगर संवाददाता : जिले में इंटर पास कर चुके छात्रों को लैपटॉप मिलने की उम्मीद नजर आने लगी है। तीन महीने पहले लैपटॉप के फार्मो को भर को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में सत्यापन कराने के बाद बेवसाइट पर अप लोड कर दिया गया था। योजना से कोई लाभार्थी छात्र वंचित न रहे जाए, इसके लिए फार्मो का फिर से भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। जिले से शासन को भेजे गए 41 कालेजों में से पहले चरण में छह कालेजों के 975 छात्रों को चुना गया है।
जिले के छात्रों को इंटरनेट से जोड़ने और हाईटेक बनाने के प्रदेश सरकार ने इंटर पास छात्रों को लैपटॉप दिए जाने की बात कही थी। समय अवधि अधिक बीतने के छात्र के मन में यह बात खटकने लगी थी कि उन्हें लैपटॉप मिलेगा या नहीं। पिछले कई महीनों से लाभार्थी छात्र लगातार डीआईओएस कार्यालय के चक्कर काटते हुए नजर आ रहे थे। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से भेजी गई सूची में 41 कालेजों का चुनाव किया गया था। हाल में शासन से भेजे शासनादेश के अनुसार के प्रथम चरण के लिए छह कालेजों को चुना गया है। इनमें से एक कालेज एडेड और बाकी के सरकारी विद्यालय है।
डीआईओएस पन्ना राम का कहना है कि अभी तक छह कालेजों को चुना गया है। इसकी सूचना जल्द कालेजों को भेजने के साथ-साथ चस्पा भी करा दी जाएगी। ताकि लाभार्थी छात्र वंचित न रहे जाए।
इन कालेजों की शासन को भेजी गई थी सूची
एडेड कालेज 4
सरकारी कालेज 6
वित्तविहीन कालेज 31
चयनित हुए कालेज और छात्रों की संख्या
फीरोज गांधी पॉलीटेक्निक कालेज 164
पुरुष आईटीआई 16
महिला आईटीआई 7
इंदिरा गांधी महिला महाविद्यालय 744
राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलाजी इंस्टीट्यूट 41
राजीव गांधी पेट्रोलियम संस्थान तीन
इलाहाबाद : शिक्षामित्रों को जून में तीन महत्वपूर्ण कार्यो में लगाया जा रहा है। पर इसके लिए उन्हें कितना मानदेय दिया जाएगा इसकी घोषणा नहीं की गई है। इसबार शिक्षामित्रों को चार से 30 जून तक आर्थिक सर्वेक्षण, सात से 23 जून तक हाउस होल्ड सर्वे और एक से 30 जून तक के लिए मतदाता पहचान पत्र पुनरीक्षण कार्य में लगाया गया है। इसके साथ ही उन्हें पल्स पोलियो अभियान का कार्य भी करना है।
बीकॉम का परिणाम इसी सप्ताह
इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बीकॉम का परिणाम इसी सप्ताह घोषित करने की तैयारी है। पहले बीकॉम तृतीय वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। इसके अलावा 30 जून तक बीए, बीएससी के परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे।
एसएससी परीक्षा में पहुंचे आधे आवेदक
इलाहाबाद : कर्मचारी चयन आयोग ने रविवार को प्रसार भारती के प्रोग्रामर और ट्रांसमिशन अधिकारी के तमाम पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया। एसएससी के मध्यक्षेत्र में महज 48 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं इलाहाबाद में 50 फीसदी उपस्थिति रही। एसएससी मध्य क्षेत्र निदेशक जेपी गर्ग के अनुसार लखनऊ में एक अभ्यर्थी को दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया। इसके अतिरिक्त परीक्षा शांतिपूर्ण रही।
यूपी बोर्ड का इंटर का रिजल्ट बुधवार को_____________
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम बुधवार को घोषित होगा। इस परीक्षा में 26 लाख 40 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। हाईस्कूल की परीक्षा का परिणाम आठ जून को घोषित किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव उपेंद्र कुमार ने बताया कि परीक्षाफल की घोषणा दोपहर 12.30 बजे इलाहाबाद कार्यालय से होगी। उन्होंने बताया कि एनआईसी की ओर से परीक्षार्थियों को ईमेल के माध्यम से भी परीक्षाफल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। पिछले साल की भांति इस साल भी हर जिले के मुख्यालय में स्थित एनआईसी में विद्यालयवार परीक्षाफल उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि परिषद की आधिकारिक वेबसाइट यूपीएमएसपी.एनआईसी.इन, यूपीरिजल्ट्स.एनआईसी.इन, रिजल्ट्स.एनआईसी.इन, यूपी.एनआईसी.इन पर रिजल्ट देखा जा सकेगा।
बंद हो जाएंगी शिक्षा की दुकानें!___________________
कानपुर, शिक्षा संवाददाता: माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) का प्रदेश में कक्षा नौ व 11 में अग्रिम पंजीकरण व्यवस्था को ऑनलाइन करने का फैसला धंधेबाज कालेज प्रबंधकों पर भारी पड़ने वाला है। इससे प्रदेश के कई जिलों में चल रही शिक्षा व परीक्षा की कथित दुकानें बंद हो सकती हैं। इससे कालेजों में हड़कंप मचा है।
यूपी बोर्ड कक्षा 10 व 12वीं के परीक्षार्थियों को नौवीं व 11 वीं में अग्रिम पंजीकरण कराने की व्यवस्था चला रहा है। अभी तक प्रधानाचार्यो को छात्र छात्राओं का शुल्क जमा करके सूची बोर्ड को भेजनी होती है। नौवीं की ओएमआर सीट भराई जाती है। इधर कुछ वर्षो से प्रदेश के एक दर्जन जिलों में तमाम निजी कालेजों ने फर्जी छात्र छात्राओं का पंजीकरण कर कमाई का जरिया बना लिया। वे पंजीकरण सूची में छात्रों का ब्योरा तो बदलने का खेल करते ही हैं, पंजीकरण भी समय से नहीं कराते हैं। साल भर प्रवेश व पंजीकरण का खेल चलता रहता है। उदाहरण के लिए बीते सत्र में लगभग 600 कालेजों ने पंजीकरण फार्म तब भेजे जब बोर्ड ने 50-50 रुपये का जुर्माना ठोका। इससे पहले बोर्ड ने हाईस्कूल परीक्षा फार्म भरने के बाद 1.05 लाख संदिग्ध पंजीकरण पकड़े। संबंधित कालेजों ने तयशुदा संख्या से अधिक पंजीकरण किए थे। उधर तमाम कालेज क्षमता से अधिक पंजीकरण कर छात्रों को घर बैठे पढ़ाई का मौका देने में जुटे हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए बोर्ड ने बीते साल पांच जिलों में ऑनलाइन पंजीकरण किया। इन जिलों में फर्जी पंजीकरण के मामले पकड़ में नहीं आए। प्रदेश के सभी कालेजों में ऑनलाइन पंजीकरण कराने से इन विसंगतियों पर रोक लगना तय है। पंजीकरण में परीक्षार्थी का फोटो, प्रवेश तिथि, पूर्ववर्ती कालेज, माता पिता का नाम, जन्मतिथि, चयनित विषय समेत कई जानकारियां रहेंगी जिसे भरने के बाद उसे बदला नहीं जा सकेगा। तयशुदा तिथि पर बोर्ड की लॉगिन बंद होने के बाद उसे दोबारा नहीं खोला जा सकेगा।
ये भी होंगे लाभ
- किसी और के पंजीकरण नंबर पर दूसरा नहीं दे सकेगा परीक्षा
- समय से पंजीकरण न कराने पर नहीं मिलेगा मौका
-कालेज नहीं बदल सकेंगे किसी परीक्षार्थी का ब्योरा
- बंद हो जाएगी पूरे साल प्रवेश लेते रहने की परंपरा
- परीक्षा तैयारी में बोर्ड को मिलेगी भारी मदद
----------------
बीते सत्र में कुछ जिलों में ऑनलाइन अग्रिम पंजीकरण कराया था। परिणाम अच्छे मिले। पूरे प्रदेश में यह व्यवस्था लागू करने ले घपलेबाजी रुकेगी और बोर्ड का समय भी बचेगा।
-उपेंद्र कुमार, सचिव यूपी बोर्ड
छात्रों को लैपटॉप मिलने की उम्मीद
_____________________रायबरेली, नगर संवाददाता : जिले में इंटर पास कर चुके छात्रों को लैपटॉप मिलने की उम्मीद नजर आने लगी है। तीन महीने पहले लैपटॉप के फार्मो को भर को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में सत्यापन कराने के बाद बेवसाइट पर अप लोड कर दिया गया था। योजना से कोई लाभार्थी छात्र वंचित न रहे जाए, इसके लिए फार्मो का फिर से भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। जिले से शासन को भेजे गए 41 कालेजों में से पहले चरण में छह कालेजों के 975 छात्रों को चुना गया है।
जिले के छात्रों को इंटरनेट से जोड़ने और हाईटेक बनाने के प्रदेश सरकार ने इंटर पास छात्रों को लैपटॉप दिए जाने की बात कही थी। समय अवधि अधिक बीतने के छात्र के मन में यह बात खटकने लगी थी कि उन्हें लैपटॉप मिलेगा या नहीं। पिछले कई महीनों से लाभार्थी छात्र लगातार डीआईओएस कार्यालय के चक्कर काटते हुए नजर आ रहे थे। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से भेजी गई सूची में 41 कालेजों का चुनाव किया गया था। हाल में शासन से भेजे शासनादेश के अनुसार के प्रथम चरण के लिए छह कालेजों को चुना गया है। इनमें से एक कालेज एडेड और बाकी के सरकारी विद्यालय है।
डीआईओएस पन्ना राम का कहना है कि अभी तक छह कालेजों को चुना गया है। इसकी सूचना जल्द कालेजों को भेजने के साथ-साथ चस्पा भी करा दी जाएगी। ताकि लाभार्थी छात्र वंचित न रहे जाए।
इन कालेजों की शासन को भेजी गई थी सूची
एडेड कालेज 4
सरकारी कालेज 6
वित्तविहीन कालेज 31
चयनित हुए कालेज और छात्रों की संख्या
फीरोज गांधी पॉलीटेक्निक कालेज 164
पुरुष आईटीआई 16
महिला आईटीआई 7
इंदिरा गांधी महिला महाविद्यालय 744
राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलाजी इंस्टीट्यूट 41
राजीव गांधी पेट्रोलियम संस्थान तीन
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