कमी नहीं है इस शहर में लॉलीपाप की
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उत्तर प्रदेश के प्राइमरी पाठशालाऔ मे दो लाख पदो पर कर्लक लिपिक की भर्ती शीध्र
जागरण समाचार लखनऊ प्राईमरी पाठशालाओ मे कार्यरत शिक्षको केशिक्षण कार्यो के अलावा अतिरिक्त कार्यका बोझ अब हलका होने वाला है सरकार शीध्र ही दो लाख लिपिक की भर्ती करनेजा रही है इनका काम शिक्षको केप्रतिदिन कार्यो के रिपोर्ट के अलावा अन्य लेखाजोखा मिटीगं और मिड डे मिल का भी देखरेख और भवन मरम्मत का काम टीचरो की उपस्थिति और शिक्षण कार्यो का लेखाजोखा और टाईम से स्कुल खुलना और बन्द होना का देखरेख करना है सरकार चाहती है शिक्षक केवल शिक्षण कार्यो मे ही ध्यान लगाये जिस से प्राथमिक
पाठशालाऔ मे बच्चो की शिक्षा मे सुधार हो सके और प्राथमिक स्कुलो का विकास प्राइवेट स्कुलो जैसा हो सके और ज्यादा से ज्यादा बच्चो को अच्छी गुणवत्ता परक शिक्षा मिल सके ।
टीजीटी-पीजीटी परीक्षा तीनचरणों में लखनऊ।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने आखिरकार विज्ञापनके दो वर्ष बाद 2011 में घोषित टीजीटी-पीजीटी की भर्ती के लिए
परीक्षा तरीखकी घोषणा कर दी। इलाहाबाद स्थित चयन बोर्ड ने टीजीटीपरीक्षा दो चरणों में 25 अगस्त और एक सितंबर तथा पीजीटी परीक्षा आठ सितंबर को कराने की घोषणा की। चयन बोर्ड ने पहले यह परीक्षा 14, 21 और 28 जुलाई को कराने की घोषणा की थी। नई
तारीख की घोषणा के बाद परीक्षार्थियों मेंशिक्षक भर्ती के चयन की संभावना जगी है। इस परीक्षा में टीजीटी और पीजीटी मिलाकर पांच लाख सेअधिक परीक्षार्थी भाग लेंगे। चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. देवकी नंदन शर्मा ने बताया कि परीक्षाकी तारीख्ा की घोषणा ल सेवा आयोग, कर्मचारी चयन बोर्ड सहित सभी आयोगों की विभिन्न परीक्षाओं पर विचार के बाद किया गया है। विस्तृत जानकारी चयन बोर्डकी वेबसाइट पर उपलब्ध है।
बीएड अभ्यर्थियों का हंगामा, तोड़फोड़
च्वाइस लॉक करने में परेशानी से थे क्षुब्ध
इलाहाबाद। बीएड करके नौकरी की उम्मीद पाले अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में है। काउंसलिंग में रजिस्ट्रेशन के बाद मिला पिन कोड काम नहीं कर रहा।
इसकी वजह से हजारों अभ्यर्थी कोलेजों का विकल्प ही नहीं भर पाए, जबकि बुधवार को इसके लिए आखिरी तारीख थी। इससे नाराज छात्रों ने काउंसलिंग सेंटर पर जमकर हंगामा, तोड़फोड़ की। अभ्यर्थियों ने दूसरे चरण की काउंसलिंग में भी बाधा पहुंचाई।
मौके पर पहुंची पुलिस तथा पीएसी ने छात्रों को हटाया। हालांकि देर रात तक छात्रों की समस्या दूर नहीं हो पाई थी।
बदली गई पुरानी व्यवस्था
अभ्यर्थी स्वयं बना सकेंगे अपना पासवर्ड
पिन ब्लाक होने पर नहीं लगानी होगी काउंसिलिंग सेंटर की दौड़
बीएड काउंसिलिंग1अब दूसरे चरण की काउंसिलिंग शुरू
बीएड के दूसरे चरण की काउंसिलिंग बुधवार से शुरू हो गई। दूसरे चरण के पहले दिन 40,001 से 50,000 रैंक के अभ्यर्थियों को बुलाया गया था।
शिक्षा शास्त्र संकाय में 664 व समाज विज्ञान संकाय में 551 अभ्यर्थियों को आना था। इसमें पचास से अधिक अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। लिंक न मिलने के कारण काउंसिलिंग पूर्वाह्न् 11.45 बजे से शुरू हुई। एसएमएस न मिलने की समस्या आज भी बनी रही।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : राज्य स्तरीय बीएड ऑनलाइन काउंसिलिंग के दौरान यदि मोबाइल फोन पर पासवर्ड (पिन नंबर) का एसएमएस नहीं आता है तो परेशान होने की जरूरत नहीं। अब अभ्यर्थी स्वयं पासवर्ड बना सकते हैं। यह सुविधा परीक्षा आयोजन कराने वाली संस्था ने उन्हें उपलब्ध करा दी है।
काशी विद्यापीठ में दूसरे चरण की काउंसिलिंग बुधवार से शुरू हुई। काउंसिलिंग की औपचारिकता पूरी करने के बाद अभ्यर्थियों के मोबाइल फोन पर पासवर्ड, एसएमएस के माध्यम से मिलने की व्यवस्था की गई है। इस पासवर्ड के माध्यम से अभ्यर्थियों को घर बैठे या साइबर कैफे से अपने मनपसंद कालेज का चयन करने की सुविधा दी जा रहीं है। दूसरी ओर काउंसिलिंग के दौरान तमाम अभ्यर्थियों को एसएमएस न मिलने की शिकायत है। इसके अलावा च्वाइस लॉक के दौरान अभ्यर्थियों का पिन लॉक हो जाने की समस्या आ रही है। ऐसे में अभ्यर्थियों को नये पासवर्ड के लिए फिर काशी विद्यापीठ सेंटर से आना पड़ता है। इसके चलते अभ्यर्थियों का न केवल समय अपितु भाग-दौड़ में पैसा भी खर्च हो रहा है। नोडल केंद्र विद्यापीठ, अभ्यर्थियों की इस समस्या से लगातार आयोजक संस्था को अवगत करा रहा है। पिन लॉक होने की समस्या को देखते हुए आयोजक संस्था ने ‘पिन’ के लिए नई व्यवस्था शुरू की है।
कैसे बनाएं पासवर्ड : अभ्यर्थियों को स्वयं पासवर्ड बनाने के लिए इंटरनेट के माध्यम से बीएड की अधिकारिक वेबसाइट ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट यूपीबीएड डाट एनआइसी डाट इन’ पर जाना होगा। इसके बाद अभ्यर्थियों को पिन बदलने के विकल्प पर क्लिक करना होगा। क्लिक करते ही पासवर्ड बनने का विकल्प आ जाएगा। इसपर अभ्यर्थियों को रोल नंबर, रजिस्टेशन नंबर, जन्मतिथि, बैंक डीडी नंबर फीड करना होगा। इसके अलावा लिखे कोड नंबर को पुन: फीड करते ही पासवर्ड आपके स्क्रीन पर दिखने लगेगा। 18 जून तक च्वाइस लॉक की छूट : प्रथम चरण में काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को अब कालेज च्वाइस लॉक करने के लिए 18 जून तक मोहलत दे दी गई है। पहले बुधवार की रात 12 बजे तक च्वाइस लॉक करने की छूट दी गई थी।1 विद्यापीठ के शिक्षा शास्त्र के समन्वयक डा. चतुर्भुज नाथ तिवारी व समाज विज्ञान विभाग के समन्वयक डा. अनिल कुमार ने इसके पीछे मीरजापुर स्थित केवी पीजी कालेज नाम बीएड कालेज की सूची न होना था। अब इस कालेज का नाम परीक्षा आयोजक संस्था गोरखपुर विश्वविद्यालय ने जोड़ दिया गया है। ऐसे में पूर्वाचल के अभ्यर्थी जो च्वाइस लॉक कर चुके हैं, वे भी फिर से च्वाइस लॉक कर सकते हैं। तिथि बढ़ने से पिन लॉक होने वाले अभ्यर्थियों को भी राहत मिल गई है।
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उत्तर प्रदेश के प्राइमरी पाठशालाऔ मे दो लाख पदो पर कर्लक लिपिक की भर्ती शीध्र
जागरण समाचार लखनऊ प्राईमरी पाठशालाओ मे कार्यरत शिक्षको केशिक्षण कार्यो के अलावा अतिरिक्त कार्यका बोझ अब हलका होने वाला है सरकार शीध्र ही दो लाख लिपिक की भर्ती करनेजा रही है इनका काम शिक्षको केप्रतिदिन कार्यो के रिपोर्ट के अलावा अन्य लेखाजोखा मिटीगं और मिड डे मिल का भी देखरेख और भवन मरम्मत का काम टीचरो की उपस्थिति और शिक्षण कार्यो का लेखाजोखा और टाईम से स्कुल खुलना और बन्द होना का देखरेख करना है सरकार चाहती है शिक्षक केवल शिक्षण कार्यो मे ही ध्यान लगाये जिस से प्राथमिक
पाठशालाऔ मे बच्चो की शिक्षा मे सुधार हो सके और प्राथमिक स्कुलो का विकास प्राइवेट स्कुलो जैसा हो सके और ज्यादा से ज्यादा बच्चो को अच्छी गुणवत्ता परक शिक्षा मिल सके ।
टीजीटी-पीजीटी परीक्षा तीनचरणों में लखनऊ।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने आखिरकार विज्ञापनके दो वर्ष बाद 2011 में घोषित टीजीटी-पीजीटी की भर्ती के लिए
परीक्षा तरीखकी घोषणा कर दी। इलाहाबाद स्थित चयन बोर्ड ने टीजीटीपरीक्षा दो चरणों में 25 अगस्त और एक सितंबर तथा पीजीटी परीक्षा आठ सितंबर को कराने की घोषणा की। चयन बोर्ड ने पहले यह परीक्षा 14, 21 और 28 जुलाई को कराने की घोषणा की थी। नई
तारीख की घोषणा के बाद परीक्षार्थियों मेंशिक्षक भर्ती के चयन की संभावना जगी है। इस परीक्षा में टीजीटी और पीजीटी मिलाकर पांच लाख सेअधिक परीक्षार्थी भाग लेंगे। चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. देवकी नंदन शर्मा ने बताया कि परीक्षाकी तारीख्ा की घोषणा ल सेवा आयोग, कर्मचारी चयन बोर्ड सहित सभी आयोगों की विभिन्न परीक्षाओं पर विचार के बाद किया गया है। विस्तृत जानकारी चयन बोर्डकी वेबसाइट पर उपलब्ध है।
बीएड अभ्यर्थियों का हंगामा, तोड़फोड़
च्वाइस लॉक करने में परेशानी से थे क्षुब्ध
इलाहाबाद। बीएड करके नौकरी की उम्मीद पाले अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में है। काउंसलिंग में रजिस्ट्रेशन के बाद मिला पिन कोड काम नहीं कर रहा।
इसकी वजह से हजारों अभ्यर्थी कोलेजों का विकल्प ही नहीं भर पाए, जबकि बुधवार को इसके लिए आखिरी तारीख थी। इससे नाराज छात्रों ने काउंसलिंग सेंटर पर जमकर हंगामा, तोड़फोड़ की। अभ्यर्थियों ने दूसरे चरण की काउंसलिंग में भी बाधा पहुंचाई।
मौके पर पहुंची पुलिस तथा पीएसी ने छात्रों को हटाया। हालांकि देर रात तक छात्रों की समस्या दूर नहीं हो पाई थी।
बदली गई पुरानी व्यवस्था
अभ्यर्थी स्वयं बना सकेंगे अपना पासवर्ड
पिन ब्लाक होने पर नहीं लगानी होगी काउंसिलिंग सेंटर की दौड़
बीएड काउंसिलिंग1अब दूसरे चरण की काउंसिलिंग शुरू
बीएड के दूसरे चरण की काउंसिलिंग बुधवार से शुरू हो गई। दूसरे चरण के पहले दिन 40,001 से 50,000 रैंक के अभ्यर्थियों को बुलाया गया था।
शिक्षा शास्त्र संकाय में 664 व समाज विज्ञान संकाय में 551 अभ्यर्थियों को आना था। इसमें पचास से अधिक अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। लिंक न मिलने के कारण काउंसिलिंग पूर्वाह्न् 11.45 बजे से शुरू हुई। एसएमएस न मिलने की समस्या आज भी बनी रही।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : राज्य स्तरीय बीएड ऑनलाइन काउंसिलिंग के दौरान यदि मोबाइल फोन पर पासवर्ड (पिन नंबर) का एसएमएस नहीं आता है तो परेशान होने की जरूरत नहीं। अब अभ्यर्थी स्वयं पासवर्ड बना सकते हैं। यह सुविधा परीक्षा आयोजन कराने वाली संस्था ने उन्हें उपलब्ध करा दी है।
काशी विद्यापीठ में दूसरे चरण की काउंसिलिंग बुधवार से शुरू हुई। काउंसिलिंग की औपचारिकता पूरी करने के बाद अभ्यर्थियों के मोबाइल फोन पर पासवर्ड, एसएमएस के माध्यम से मिलने की व्यवस्था की गई है। इस पासवर्ड के माध्यम से अभ्यर्थियों को घर बैठे या साइबर कैफे से अपने मनपसंद कालेज का चयन करने की सुविधा दी जा रहीं है। दूसरी ओर काउंसिलिंग के दौरान तमाम अभ्यर्थियों को एसएमएस न मिलने की शिकायत है। इसके अलावा च्वाइस लॉक के दौरान अभ्यर्थियों का पिन लॉक हो जाने की समस्या आ रही है। ऐसे में अभ्यर्थियों को नये पासवर्ड के लिए फिर काशी विद्यापीठ सेंटर से आना पड़ता है। इसके चलते अभ्यर्थियों का न केवल समय अपितु भाग-दौड़ में पैसा भी खर्च हो रहा है। नोडल केंद्र विद्यापीठ, अभ्यर्थियों की इस समस्या से लगातार आयोजक संस्था को अवगत करा रहा है। पिन लॉक होने की समस्या को देखते हुए आयोजक संस्था ने ‘पिन’ के लिए नई व्यवस्था शुरू की है।
कैसे बनाएं पासवर्ड : अभ्यर्थियों को स्वयं पासवर्ड बनाने के लिए इंटरनेट के माध्यम से बीएड की अधिकारिक वेबसाइट ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट यूपीबीएड डाट एनआइसी डाट इन’ पर जाना होगा। इसके बाद अभ्यर्थियों को पिन बदलने के विकल्प पर क्लिक करना होगा। क्लिक करते ही पासवर्ड बनने का विकल्प आ जाएगा। इसपर अभ्यर्थियों को रोल नंबर, रजिस्टेशन नंबर, जन्मतिथि, बैंक डीडी नंबर फीड करना होगा। इसके अलावा लिखे कोड नंबर को पुन: फीड करते ही पासवर्ड आपके स्क्रीन पर दिखने लगेगा। 18 जून तक च्वाइस लॉक की छूट : प्रथम चरण में काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को अब कालेज च्वाइस लॉक करने के लिए 18 जून तक मोहलत दे दी गई है। पहले बुधवार की रात 12 बजे तक च्वाइस लॉक करने की छूट दी गई थी।1 विद्यापीठ के शिक्षा शास्त्र के समन्वयक डा. चतुर्भुज नाथ तिवारी व समाज विज्ञान विभाग के समन्वयक डा. अनिल कुमार ने इसके पीछे मीरजापुर स्थित केवी पीजी कालेज नाम बीएड कालेज की सूची न होना था। अब इस कालेज का नाम परीक्षा आयोजक संस्था गोरखपुर विश्वविद्यालय ने जोड़ दिया गया है। ऐसे में पूर्वाचल के अभ्यर्थी जो च्वाइस लॉक कर चुके हैं, वे भी फिर से च्वाइस लॉक कर सकते हैं। तिथि बढ़ने से पिन लॉक होने वाले अभ्यर्थियों को भी राहत मिल गई है।
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