टीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों ने सरकार को कोसा
•टीईटी उत्तीर्ण मोर्चा के सदस्यों की बैठक का आयोजन किया गया
•अभ्यर्थियों ने भर्ती में गड़बड़ी होने की जताई है आशंका
पडरौना। टीईटी उतीर्ण संघर्ष मोर्चा ने रविवार को बैठक कर प्रदेश सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। मोर्चा के सदस्यों का आरोप है कि मनमाने ढंग से संशोधन कर जारी की गई मेरिट लिस्ट की वजह से बेसिक शिक्षा विभाग में भर्ती में गड़बड़ी होने की आशंका बढ़ गयी है।
पडरौना नगर के जूनियर हाईस्कूल के प्रांगण में हुई बैठक को जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र, जिला संयोजक अनूप श्रीवास्तव, अजीत कुमार सिंह, प्रयाग दत्त मिश्र, राहुल कुमार सिंह, अमित कुमार, जय प्रकाश यादव ने भी संबोधित किया। इस दौरान सच्चिदानंद सिंह, सुमंत पांडेय, पुष्कर शर्मा, ब्रजेश चौबे, आनंद गुप्ता, मनोज सिंह, हिदायतुल्लाह आदि मौजूद रहे।
छात्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
मंझनपुर। बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को मंझनपुर में बैठक करके बीएड डिग्रीधारकों ने कहाकि न्यायालय ने निर्देश दिया है कि शिक्षक भर्ती में बीएड डिग्री धारकों को भी शामिल किया जाए। इसके बाद भी सरकार सिर्फ टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी भर्ती शामिल कर रही है। बीएड धारकों ने ऐलान किया कि वे इसके खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। इस मौके पर गुड्डू प्रसाद चौधरी, शैलेंद्र त्रिपाठी, बालेंद्र कुमार चौधरी आदि मौजूद रहे।
मनमानी पर जताई नाराजगी
अंबेडकरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा पदाधिकारियों व सदस्यों की बैठक रविवार को जिला मुख्यालय पर हुई। इसमें शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में की जा रही मनमानी को लेकर आक्रोश जताया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अनिल कुमार वर्मा ने कहा कि इससे प्रदेश के हजारों युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। कहा कि मोर्चा युवाओं के हित को लेकर गंभीर है। ऐसे में युवाओं को अपने व हक व अधिकार को लेकर गंभीर होना होगा। बैठक में उमाशंकर वर्मा, राणाप्रताप व जगजीत वर्मा आदि मौजूद रहे।
हक के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे
•अमर उजाला
सुनील यादव टीईटी संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष
इटावा। रविवार को विजय विद्या मंदिर रामनगर फाटक के पास टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इसमें शिवेंद्र यादव ने अध्यक्ष पद के लिए सुनील यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। लोगों ने सर्वसम्मति से उनको चुना किया।
नव निर्वाचित अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि सरकार टीईटी मेरिट के आधार पर चयन करके योग्य एवं अनुभवी लोगों के साथ अन्याय कर रही है। प्रतियोगी परीक्षा के आधार पर चयन न कर सरकार नकल माफियाओं एवं नकल की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी निराश न हो, हम अपने हक की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे।
शिवेंद्र यादव ने कहा कि सरकार नियमों का हवाला देकर हमें गुमराह कर रही है। जब शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू है तो उ.प्र. बेसिक शिक्षा विभाग के नियम गौण हो जाते हैं। 72825 शिक्षकों की भर्ती पूरी तरह आरटीई के नियम से ही होनी है।
विजय तिवारी ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि शिक्षा के क्षेत्र में योग्य एवं अनुभवी लोग आगे आएं। परवेज आलम ने कहा कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की दुर्दशा सरकार की गलत नीतियों के कारण है। बैठक में विक्रम यादव, गजेंद्र तिवारी, विपिन यादव, अतुल श्रीवास्तव, विनय कश्यप, सर्वेश गुप्ता, विवेक दुबे ने भी विचार रखे। इस मौके पर मयूष कुशवाह, अवधेश कुमार यादव, सुशील कुमार मिश्रा, बृजनीश कुमार भी मौजूद रहे।
टीईटी भर्ती प्रक्रिया ः 30 को आएगी कॉल
मेरठ। प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति की जिम्मेदारी अब जिलों पर है। बेसिक शिक्षा परिषद ने जिलेवार आवेदनों का ब्योरा भेजा है। मेरठ में 29 जनवरी को जिला चयन समिति और डायट की बैठक होगी। 30 को कटऑफ लिस्ट और काउंसिलिंग कॉल की जानकारी विज्ञापन के जरिए दी जाएगी। बीएसए जीवेंद्र सिंह ऐरी के मुताबिक मेरठ जिले में 12 पद पर 8,368 आवेदन हुए। 111 आवदेन निरस्त होने के बाद 8,257 दावेदार हैं। बैठक में पहली कटऑफ, विशिष्ट आरक्षण की स्थिति, काउंसिलिंग की तिथि और जगह तय की जाएगी। चार से नौ फरवरी तक काउंसिलिंग होगी। 11 फरवरी को जिनका चयन नहीं होगा, उनके कागज वापस किए जाएंगे।
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