शिक्षक भर्ती में सुनवाई की अगली तारीख 16 अप्रैल, नान टेट वाले 12 को देंगे जबाव-
FARRUKHABAD : उत्तर प्रदेश चल रही 72000 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के
मामला अभी हाईकोर्ट में और लम्बा खिंचता दिखायी दे रहा है। बीएड बेरोजगारों
को अभी शिक्षक पद पर भर्ती होने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। जानकारी के
अनुसार सुनवाई की अगली तारीख 16 अप्रैल बतायीगयी है। नान टेट वाले 12
अप्रैल को जबाव देंगे। उत्तर प्रदेश में पिछले दो वर्ष से मात्र 72
हजार शिक्षकों की भर्ती के पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं। लेकिन
प्राइमरीस्कूलों का हाल किसी को शायद दिखायी नहीं देता जहां गरीब व बेसहारा
बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन ग्रामीण इलाकोंमें स्थित प्राइमरी
स्कूलों में सरकार द्वारा 1 अप्रैल से भले ही शिक्षा का अधिकार
अधिनियमपूर्णतः लागू किये जाने की घोषणा कर दी हो लेकिन उसके लिए तैयारियां
मात्र कागजों पर ही हैं। हकीकत में प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा
दिलाने के लिए पर्याप्त मात्रा में
शिक्षक नहीं है। प्रदेश शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। लेकिन सरकार द्वारा
बीएड पास अभ्यर्थियों सेआवेदनों के नाम पर मोटी फीस तो गटक ली गयी लेकिन
भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर अदालती कार्यवाही में उलझ गयी। पिछली बसपा
सरकार में 2011 में टीईटी परीक्षा करायी गयी। उस समय सरकार द्वारा निर्णय
लिया गया कि टीईटी परीक्षा के आधार पर ही शिक्षकों की भर्ती की जायेगी।
जिसके लिए शिक्षक नियमावली में संशोधन कर भर्ती प्रक्रिया अंतिम दौर तक
पहुंच गयी। लेकिन सरकार बदलने के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार ने पिछली
पूरी भर्ती प्रक्रिया निरस्त कर दोबारा आवेदन मांग लिये। अब सरकार बदलने के
साथ ही बीएड बेरोजगार अभ्यर्थी लुट रहे हैं और अदालत की वाट जोह रहे हैं।
आखिर कब होगा बीएड बेरोजगारों के साथ न्याय? यह प्रश्न बरोजगारों के मन में
रात दिन कौंध रहा है
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